बिटिया बाम्बी

खिडक़ी के भीतर मै हूं और
खिडक़ी के बाहर है तू

बिटिया बाम्बी आइ लब यू

बडी मेज क़े कोने पर
खिडक़ी है कंप्यूटर की
दिखती तो है छोटी सी पर
चलती जाती टिम्बक टूं

बिटिया बाम्बी आइ लब यू

कहीं बडे पापा की मीशू
कहीं झील में झिलमिल कृष्ण
कहीं बोर्ड रंग भरने वाला
कहीं कथा नन्हीं नीतू।
बिटिया बाम्बी आइ लब यू।

 

कविता व ग्राफिक्स पूर्णिमा वर्मन

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