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चिड़ियां

कितनी अपनी होती हैं
चिड़ियां
जहाँ मन होता है
बैठ जाती हैं
बना लेती हैं
वहीं पर
अपना घर
!
………
चिड़ियां जानती हैं
सूर्य का निकलना
और उसका
ढलना
तभी तो
सुबह सवेरे
उड़ान भरती हैं
और सांझ होने तक
अपने घरों में
लौट आती हैं
!
………
चिड़ियां जीती हैं
मरुस्थल में भी
ताकती रहती हैं
आकाश की ओर
कभी तो बरसेगा
मेघजल
!

– विकेश निझावन


 

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