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हाइकू  

1
अपना कोई
जब दिल दुखाये
जी भर आये।

2
कोइ तो होता
बात जो समझता
दिलासा देता।

3
मन की आस्था
मजबूर बेबस
टूटती जाये।

4
छलते जायें
खुद से ही खुद को
आखिर क्यों?

5
बुझती जाये
मन की अभिलाषा
हुयी निराशा।

6

कोइ किसी को
इतना क्यों सताये
अंत ना आये।

7

कब आयेगी
मंज़िल इस राह
थकीं निगाहें।

8

ये जीवन है
उधार का आंगन
कैसे महके?

9
जीवन बना
खोखली इमारत
ढहती जाये।

10
आ जाओ अब
उधार की हैं सांसें
रुकती जाये।

11
राह तकती
आंसु भरी अखियां
कब आओगे?

12
मन में आस्था
कायम है अब भी
तुम मिलोगे।

– आस्था

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