मुखपृष्ठ
|
कहानी |
कविता |
कार्टून
|
कार्यशाला |
कैशोर्य |
चित्र-लेख | दृष्टिकोण
|
नृत्य |
निबन्ध |
देस-परदेस |
परिवार
|
फीचर |
बच्चों की दुनिया |
भक्ति-काल धर्म |
रसोई |
लेखक |
व्यक्तित्व |
व्यंग्य |
विविधा |
संस्मरण |
साक्षात्कार |
सृजन |
डायरी
|
स्वास्थ्य
|
|
Home | Boloji | Kabir | Writers | Contribute | Search | Feedback | Contact | Share this Page! |
|
अलका कौशिक के अनुसार - मैं पेशे और ट्रेनिंग
से जर्नलिस्ट हूं, ट्रैवल राइटिंग करती हूं, लंदन या स्पेन में कम पिथौरागढ़
और बस्तर के देहातों में ज्यादा घूमती हूं। जब जेब की थोड़ी हैसियत बेहतर
दिखती है तो भी जेनेवा की झील की बजाय तिब्बत में मानसरोवर के किनारे खुद
को पाती हूं। मतलब.. थोड़ा सा अलग है सफर का अंदाज़, क्योंकि मुझे लगता है
कि इस हिंदुस्तान के कोने-कोने में बहुत कहानियां हैं, बहुत कुछ अनदेखा
है, जिसके बारे में लिखा जाना चाहिए और लोगों को बताया जाना चाहिए। ई-पता -
alka.ak@gmail.com
|
यात्रा वृत्तांत नागालैंड : जिसके सफर में आत्माएं तक ठिठककर रह जाती हैं! |
||
(c) HindiNest.com
1999-2021 All Rights Reserved. |