मनीषा कुलश्रेष्ठ के दूसरे कहानी
संग्रह
'कठपुतलियां' का लोकार्पण

 

ज्ञानपीठ द्वारा नेशनल म्यूजियम के सभागार में 'नवलेखन पुरस्कार समारोह' आयोजित किया गयाइसी समारोह में मनीषा कुलश्रेष्ठ के दूसरे कहानी संग्रह 'कठपुतलियां' का लोकार्पण वरिष्ठ आलोचक सुश्री निर्मला जैन के हाथों किया गया

ज्ञानपीठ द्वारा आयोजित इस भव्य समारोह में कहानी के लिए कुणाल और चंदन पाण्डे तथा कविता के लिए  सौमित्र व अमित कल्ला को  2006 2007 के नवलेखन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया

इस समारोह में हिन्दी साहित्य जगत कई मूर्धन्य लेखक, कवि तथा आलोचक उपस्थित थेनवलेखन पुरस्कार कृष्ण बलदैव वैद के करकमलों से दिए गएइस अवसर पर वे अपने चिरपरिचित अन्दाज में युवा लेखकों से रू ब रू हुए

मनीषा कुलश्रेष्ठ के कहानी संग्रह 'कठपुतलियां' के लोकार्पण के साथ अन्य युवा लेखकों पंखुरी सिन्हा के कहानी संग्रह 'किस्सा ए कोहनूर , कविता के कहानी संग्रह 'उलटबांसी', अल्पना मिश्र के कहानी संग्रह 'छावनी में बेघर, संजय कुंदन के कहानी संग्रह 'बॉस की पार्टी, प्रभात रंजन के कहानी संग्रह 'जानकी पुल', मोहम्मद आरिफ के कहानी संग्रह 'फूलों का बाडा', प्रत्यक्षा के कहानी संग्रह ' जंगल का जादू तिल तिल', चंदन पाण्डे के कहानी संग्रह ' भूलना' , राकेश मिश्र के कहानी संग्रह 'बाकि धुंआ रहने दिया', रवि बुले के कहानी संग्रह 'आईने सपने और बसंतसेना', तरूण भटनागर के कहानी संग्रह ' गुलमेंहदी की झाडियां' और शर्मिला बोहरा जालान के कहानी संग्रह 'बूढा चांद' का भी लोकार्पण इसी समारोह में किया गयासाथ ही सौमित्र व अमित कल्ला के कविता संग्रहों ' मित्र' तथा 'होने न होने के परे' का विमोचन भी हुआ

इन सभी युवा रचनाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए सर्वश्री कृष्ण बलदेव वैद, कन्हैया लाल नंदन, विजयमोहन सिंह, ममता कालिया, पद्मा सचदेव, मृदुला गर्ग, निर्मला जैन, चंपा वैद, बलराम, संजीव, शिवमूर्ति, भारत भारद्वाज,अखिलेश, मुशर्रफ आलम ज़ौकी तथा अन्य कई लेखक, कवि तथा आलोचक उपस्थित थेइस
कार्यक्रम की सफलता के पीछे
ज्ञानपीठ के न्यासी श्री आलोक जैन तथा कार्यकारी निदेशक श्री रवीन्द्र कालिया जी का सुप्रबंध था।

मनीषा कुलश्रेष्ठ का कहानी संग्रह 'कठपुतलियां' तथा अन्य सभी युवा रचनाकारों की ये पुस्तकें विश्व पुस्तक मेले के 12 A नं. हॉल में ज्ञानपीठ के स्टॉल में उपलब्ध हैं।