मुखपृष्ठ  |  कहानी कविता | कार्टून कार्यशाला कैशोर्य चित्र-लेख |  दृष्टिकोण नृत्य निबन्ध देस-परदेस परिवार | फीचर | बच्चों की दुनिया भक्ति-काल धर्म रसोई लेखक व्यक्तित्व व्यंग्य विविधा |  संस्मरण | साक्षात्कार | सृजन स्वास्थ्य | साहित्य कोष |

 

 Home | Boloji | Kabir | Writers | Contribute | Search | FeedbackContact | Share this Page!

 

मोटे बच्चों को ह्दय रोगों का खतरा अधिक

लंदन, 6 दिसम्बर(आईएएनएस)। 'मोटापे' के शिकार बच्चों को भविष्य में ह्दय संबंधी रोगों से पीड़ित होने का खतरा अधिक होता है। 

'द न्यू इंग्लैड जर्नल आफ मेडिसन' के ताजा अंक में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि जो लोग बचपन में मोटे होते हैं उन्हें ह्दय संबंधी रोगों से पीड़ित होने का अपेक्षाकृत अधिक खतरा होता है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि नौ में से एक सामान्य वजन वाले बच्चे में भी 60 की उम्र तक ह्दय संबंधी बीमारियों से पीड़ित होने का खतरा बना रहता है। इसी प्रकार अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक 'मोटापे' के शिकार छ: में से एक बच्चे को बाद में ह्दय रोग का शिकार होने का खतरा बना रहता है।

 एक 13 वर्षीय किशोर जिसका वजन एक सौ इक्कीस पाउंड था और इसी उम्र के अन्य किशोर जिसका वजन 96 पाउंडा था, का तुलनात्मक अध्ययन करने के बाद यह रिपोर्ट तैयार की गई है।

इसके अलावा डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन के 'सेंटर फार हेल्थ एंड सोसायटी' कीशोधकर्ता जेनेफर एल.बाकेर और उनकी सहयोगी द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को भी नई रिपोर्ट का आधार बनाया गया है। इन शोधकर्ताओं ने वर्ष 1930 से वर्ष 1976 तक कोपेनहेगन में पैदा हुए 10,235 पुरुषों और 4,318 औरतों का अध्ययन किया था।  शोधकर्ताओं ने बताया कि वयस्क होने के बाद अधिक वजन वाले बच्चों में ह्दय संबंधी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।

इंडो-एशियन न्यूज सर्विस

Hindinest is a website for creative minds, who prefer to express their views to Hindi speaking masses of India.

 

 

मुखपृष्ठ  |  कहानी कविता | कार्टून कार्यशाला कैशोर्य चित्र-लेख |  दृष्टिकोण नृत्य निबन्ध देस-परदेस परिवार | बच्चों की दुनिया भक्ति-काल |  धर्म रसोई लेखक व्यक्तित्व व्यंग्य विविधा |  संस्मरण | सृजन साहित्य कोष |
 

(c) HindiNest.com 1999-2021? All Rights Reserved.
Privacy Policy | Disclaimer
Contact : manishakuls@gmail.com